आज हम आपको हमारी इस पोस्ट से प्राचीन भारत के ऐसे 5 विश्वविद्यालयो के बारें में बताने जा रहो है, जहां दुनियाभर के छात्र पढने आते थे।
1. नालंदा विश्वविद्यालय

दोस्तो नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण और विख्यात केन्द्र था। बता दे कि यह विश्वविद्यालय वर्तमान बिहार के पटना शहर से 88.5 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और राजगीर से 11.5 किलोमीटर में स्थित था।
2. तक्षशिला विश्वविद्यालय

दोस्तो तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्थापना लगभग 2700 साल पहले की गई थी। बता दे कि इस विश्विद्यालय में लगभग 10,500 विद्यार्थी पढ़ाई करते थे। बता दे कि तक्षशिला राजनीति और शस्त्रविद्या की शिक्षा का विश्वस्तरीय केंद्र थी। वहां के एक शस्त्रविद्यालय में विभिन्न राज्यों के 103 राजकुमार पढ़ते थे।
3. विक्रमशीला विश्वविद्यालय

दोस्तो विक्रमशीला विश्वविद्यालय की स्थापना पाल वंश के राजा धर्म पाल ने की थी। बता दे कि भारत के वर्तमान नक्शे के अनुसार यह विश्वविद्यालय बिहार के भागलपुर शहर के आसपास रहा होगा। कहा जाता है कि यह विश्वविद्यालय तंत्र शास्त्र की पढ़ाई के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता था।
4. वल्लभी विश्वविद्यालय

दोस्तो वल्लभी विश्वविद्यालय सौराष्ट्र (गुजरात) में स्थित था। बता दे कि यह विश्वविद्यालय धर्म निरपेक्ष विषयों की शिक्षा के लिए भी जाना जाता था। यही कारण था कि इस शिक्षा केंद्र पर पढ़ने के लिए पूरी दुनिया से विद्यार्थी आते थे।
5. उदांत पुरी विश्वविद्यालय

दोस्तो उदांतपुरी विश्वविद्यालय मगध यानी वर्तमान बिहार में स्थापित किया गया था। बता दे कि इसकी स्थापना पाल वंश के राजाओं ने की थी। दोस्तो इस विश्वविद्यालय में लगभग 12000 विद्यार्थी थे।