आज हम आपको एक 85 साल के उस शख्स के बारे में बताने वाले है जिसने अकेले दम पर गांव में 16 तालाब खोद दिये थे और अब पुरे गांव की प्यास बुझा रहा हैं आज हम बात करने वाले है कर्नाटक के किसान कामेगौड़ा की जिन्होंने दशरथ मांझी जैसे व्यक्ति जिन्होंने पहाड़ को काटकर एक रास्ता बना लिया था वो उनसे प्रेरित हुए।
जिसके बाद गांव में पानी की समस्या को दूर करने के लिए उन्होंने तालाब खोदना शुरू कर दिया था। 85 साल के हो चुके कामेगौड़ा मूलत किसान होने की वजह से उन्हें पानी के लिए दूर-दूर जाना पड़ता था उनके साथ साथ गांव के कई लोगों को भी पानी के लिए काफी दूर तक जाना पड़ता था इसके बाद उन्होंने अपने ही गांव के अंदर ही तालाब खोदने शुरू कर दिए।
उन्होंने कुल 16 तालाब खोद दिया है उनकी मेहनत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहा हैं उन्होंने ‘मन की बात’ में कामेगौड़ा के द्वारा किये गए काम की ताइर्फ की उन्होंने बताया की भले ही उनके द्वारा बनाए गए तालाब ज्यादा बड़े ना हो लेकिन उनकी हिम्मत और उनका प्रयास बहुत बड़ा हैं ।85 साल के कामेगौड़ा के तालाबों की वजह से उनके गांव में जैसे जिंदगी आ गई है और इसे पता चालत है की कोई भी कम हो उस काम को करने का जज्बा होना चाहिए। इस बारे में कभी नहीं सोचा चाहिए की वो कितन मुश्किल है या आसान है।