वर्ल्ड बैंक ने पिछले एक दसक में हुए क़ानूनी बदलाबो का विश्लेषण किया है। उनकी रिपोर्ट से पता चला है की दुनिया के विभिन्न देशों में सिर्फ आठ देशों में ही महिलाओं को क़ानूनी रूप से काम काज करने का सामान अधिकार है। वर्ल्ड बैंक की इस रिपोर्ट में दुनिया के 187 देशों में लैंगिक भेदभावों के बारे में बताया गया है। इस रिपोर्ट में पाया गया है की एक दसक पहले कोई भी देश महिलाओ को सामान अधिकार नहीं देता था। अगर आओ महिला हैं और आप पुरुषों की बराबरी करते हुए जीना चाहते हैं, तो दुनिया में सिर्फ आठ देशों में ही ऐसी परिस्थिति मिल सकती है। बेल्जियम, डेनमार्क, फ्रांस, लातविया, लुसुमबेर्ग, आइसलैंड, कनाडा और स्वीडन महिलाओं के रहने और काम काज के लिए सबसे अनुकूल है।
इस विश्लेषण के दौरान वर्ल्ड बैंक ने आठ ऐसे कारणों का इस्तेमाल किया है, जो महिलाओं के कामकाज के जीवन के दौरान उनके आर्थिक फैसलों को प्रभावित करते हैं। इनमे कहीं भी आने जाने की आज़ादी, पेंशन पाने का अधिकार, नौकरी में आ रही कानूनी अर्चन और उधम में आने वाली प्रोब्लेम्स को शामिल किया है।